तलाश

किसी को फसल के अच्छे दाम की तलाश,किसी को काम की तलाश,किसी को प्यार की तलाश, किसी को शांति की तलाश, किसी को खिलौनों की तलाश,किसी को कहानी की तलाश,किसी को प्रेमिका की तलाश, किसी को प्रेमी की तलाश,................ तलाश ही जीवन है

Saturday, November 8, 2025

आप जिसे संयोग या इत्तेफ़ाक़ कहते हैं, हम उसे भगवान कहते हैं...

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आपको किसी दिन सुबह जल्दी उठना होता है तो आप मोबाइल में अलार्म लगाते हैं. आप अलार्म लगा देते हैं. लेकिन आपकी आंखें अलार्म से पहले जाग जाती है...
Wednesday, October 8, 2025

भाई साहब एक साल हो गए एम्स आते हुए. आजतक इतनी लंबी लाइन नहीं देखी...

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मैं साल-छह महीने एम्स ना जाऊं तो वो खुद ही बुला लेता है. पता नहीं उसका मन नहीं लगता है या फिर मेरा. 20 साल का याराना जो ठहरा हमारा. ऐसा ही य...
Friday, October 3, 2025

सुनो... हां आई...

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  6. सुनो आज फिर आई थीं तुम  सपने में  जैसे हर बार आती हो. लेकिन आज  तुम हिम्मत का दुपट्टा ओढ़े थीं  मैं डर का कुर्ता पहने था. तुम मेरे नजदीक...
Sunday, September 14, 2025

आलथी-पालथी और शादी का किस्सा...

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आज सुबह काजल जी ने उकडू बैठने से संबधित पोस्ट लगाई. तो हमें अपना कुछ याद हो आया. वैसे तो हम बचपन से उकडू बैठते रहे हैं. वो अलग बात है कि अब ...
Monday, September 8, 2025

सुनो...आ जाती हो अक्सर तुम मेरे सपनों में...

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1. सुनो  आ जाती हो अक्सर तुम मेरे सपनों में इसका क्या मतलब है? मैं ज्यादा याद करता हूं तुम्हें  या फिर  मैं ज्यादा याद आता हूं तुम्हें? 2. स...
Tuesday, August 26, 2025

प्यार के फूल किताबों में

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एक दिन अस्पताल में अपनी बाईं गाल बार-बार दबा रहा था.  उसने (गीता ने) पूछा: क्या हुआ? मैंने कहा : दांत दर्द. जो गीता तीन बार मेरे नरक-प्रवेश ...
Saturday, August 23, 2025

'ऑक्सफ़ोर्ड बुकस्टोर' और हम बाप-बेटी

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कल कनॉट प्लेस (सीपी) किसी काम से जाना हुआ. काम खत्म होने के बाद बेटी कहने लगी कि चलो पापाजी 'ऑक्सफ़ोर्ड बुकस्टोर' चलते हैं. और हम उधर...
Wednesday, June 25, 2025

पिता

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1. हांफती सांसों से कांपते हाथों से एक बुजुर्ग पिता सुबह से शाम तक लगा रहता है एक मजदूर की तरह कुछ पुराना तोड़ता हुआ कुछ नया रचता हुआ वहीं मै...
Monday, April 14, 2025

यादें ननिहाल की

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ये जो सुंदर तस्वीर आप देख रहे हैं. ये मैंने नहीं बनाई! ये तो अमिताभ श्रीवास्तव जी ने बनाई है. वे आजकल अपने बचपन के शौक को फिर से ज़िंदा करने ...
Monday, April 7, 2025

पिताजी और इनका कबाड़खाना

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दरअसल अभी काजल जी ने कबाड़खाने की बात की. और उनका मानना है कि इस कबाड़ में से कुछ ना कुछ काम का जरुर निकल जाता है, जोकि सच बात है. और कबाड़खाने...
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बुल्ला कि जांणा मैं कौन?

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सुशील छौक्कर
अपने माँ पिता का सुशील बेटा
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