Thursday, August 7, 2008

बुत

बुत 
देखो उस बुत को
कैसा चमक रहा है
कितनी जगह घेरे है
कितना पैसा खर्च किऐ हैं
अपनी शान के नाम पर
बिल्कुल तुम्हारी तरह

कुछ समय बाद देखना उस बुत को
कोई थूकेगा
पक्षी बीट करेगे
बच्चे पत्थर से हिट करेंगे
अपना निशाना ठीक करेंगे

इसलिए
नेताओ
अब भी समय हैं
संभल जाओ
कुछ ऐसा कर जाओ
आने वाली पीढ़ियाँ नाज करें
शान से तुम्हारी बात करें

14 comments:

  1. नही समझेंगे भाई.....देखना ४-५ बुतों के आर्डर जा चुके होंगे आज सुबह ही...

    ReplyDelete
  2. सही कह रहे हैं आप....बच्चे पत्थर से हिट
    करेंगे निशाना ठीक करेंगे...बढ़िया लेकिन क्या करें ये नेता पत्थर और किसी भी तरह की बीट के सिवा कुछ पाने के हकदार भी नहीं हैं। बुत लगने पर दूसरा नेता बड़ा खुश होता है। मन ही मन सोचता है कि अब आएगा मजा जब पक्षी करेंगे पॉट्टी इन पर।

    ReplyDelete
  3. सही चेतावनी दी है आपने.
    बहुत ही करार कटाक्ष.

    ReplyDelete
  4. ये नेता ..... जो नही करना चाहिए वही करते हैं यह नेता

    ReplyDelete
  5. ये नेता हैं.... सुधर ही नहीं सकते। इनके लिए पक्षी की बीट और बच्चों का पत्थर से हिट करना कोई मायने नहीं रखता।
    आपकी रचना बहुत अच्छी है।

    ReplyDelete
  6. इसलिए
    नेताओ
    अब भी समय हैं
    संभल जाओ
    कुछ ऐसा कर जाओ
    आने वाली पीढ़ियाँ नाज करें
    शान से तुम्हारी बात करें
    बहुत अच्छा लिखा है। बधाई स्वीकारें।

    ReplyDelete
  7. सटीक..वाह!वाह! आनन्द आ गया.

    ReplyDelete
  8. इसलिए
    नेताओ
    अब भी समय हैं
    संभल जाओ
    कुछ ऐसा कर जाओ
    आने वाली पीढ़ियाँ नाज करें
    शान से तुम्हारी बात करें

    क्या ऐसा सम्भव है ? मुझे तो नही लगता .रचना बहुत अच्छी लिखी है आपनी

    ReplyDelete
  9. और किसी दिन कोई
    भीड़, मन से बनकर भेड़
    ताकत लेकर गज की
    गिरा देगी बुत को
    सद्दाम की तरह
    तोड़ देगी, फोड़ देगी
    अवैध कब्‍जा जमीं पर
    खाली करा लेगी।

    नेता नहीं संभलेंगे
    वे लीडर भी हैं
    निडर भी हैं
    उन्‍हें भय नहीं लगता
    चाहे बच्‍चे लातों से
    मारें फुटबाल को
    और लगे जाकर वो
    बुत को या सच नेता को।

    अविनाश वाचस्‍पति

    ReplyDelete
  10. मुद्दतों पहले बहरे हो चुके कानों तक अपनी आवाज़ पहुँचाने की अच्छी कोशिश .....तालियाँ

    ReplyDelete
  11. bahut hi sateek lagi aapki kavita

    ReplyDelete
  12. NEta ji samjh jaaye to bhala ho
    aapne bhaut achhe se likha hai
    gudh arth liye kavita par bhaut bahut badhayi

    ReplyDelete
  13. सुशील जी
    बहुत सही बात कही है आपने...क्या ही अच्छा हो जो इसे हमारे सब नेता पढ़ें और गुने
    नीरज

    ReplyDelete

जो भी कहिए दिल से कहिए।