tag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post2157849332767185601..comments2023-07-02T16:50:08.138+05:30Comments on तलाश: बहुत हो चुका, अब कुछ कर जानासुशील छौक्कर http://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-42707503299126643762008-12-10T20:46:00.000+05:302008-12-10T20:46:00.000+05:30ऐसे निराशाजनक माहौल में भी आशावाद कायम रख पाना बड़...ऐसे निराशाजनक माहौल में भी आशावाद कायम रख पाना बड़ी बात है.....जब सभी ओर से राजनेताओं और सिस्टम को गालियां ही मिल रही हों तब आपकी पंक्तियां पढ़कर सुकून मिलाbhuvnesh sharmahttps://www.blogger.com/profile/01870958874140680020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-47142721479664841002008-12-10T16:08:00.000+05:302008-12-10T16:08:00.000+05:30नेताओं से उम्मीद रखना बेकार है सुशील जी। किसी ने क...नेताओं से उम्मीद रखना बेकार है सुशील जी। किसी ने कहा तो बड़े परिप्रेक्ष्य में होगा लेकिन इनके संदर्भ में मुझे सटीक लगता है।<BR/>खुदा तो मिलता है इंसान ही नहीं मिलता,<BR/>ये चीज वो है जो देखी कहीं कहीं मैंने।<BR/>नेता नाम के कीड़े में इंसानियत नाम का कोई वजूद नहीं होता।तरूश्री शर्माhttps://www.blogger.com/profile/14633011423481155460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-78579436034755241312008-12-10T05:43:00.000+05:302008-12-10T05:43:00.000+05:30बहुत ही सुंदर रचनाएँ, और सार्थक भी. काश हम आज में ...बहुत ही सुंदर रचनाएँ, और सार्थक भी. काश हम आज में रहकर कल को देख पाते तो आज का बहुत कुछ दुखदायी घटने से बच जाता.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-26317919568400558472008-12-10T00:29:00.000+05:302008-12-10T00:29:00.000+05:30आओ अपने अदंर भी झांक लेंअपने कर्तव्यों को पहचान ले...आओ अपने अदंर भी झांक लें<BR/><BR/>अपने कर्तव्यों को पहचान लें।<BR/><BR/>हिंदू-मुस्लिम, जात-पात, छोटा-बड़ा से ऊपर उठकर<BR/><BR/>आओ मिलकर रखें एक नये भारत की नींव हम।<BR/>बहुत ही सुंदर लिखा आप् ने, काश ऎसा ही हम सब करे.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-17329937657370991282008-12-09T23:06:00.000+05:302008-12-09T23:06:00.000+05:30यह वक्त नहीं शौक मनाने काअब वक्त हैं कुछ कर जाने क...यह वक्त नहीं शौक मनाने का<BR/><BR/>अब वक्त हैं कुछ कर जाने का।<BR/><BR/>अब इंतजार नहीं करेंगे हम<BR/><BR/>और जिदंगीयों के जाने का। <BR/><BR/>आज के समय अनुरूप सटीक कविता....राजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-42215574644038194682008-12-09T22:41:00.000+05:302008-12-09T22:41:00.000+05:30Achcha likhte hain aap.Shubkamna.Achcha likhte hain aap.Shubkamna.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-4841413882057679602008-12-09T21:34:00.000+05:302008-12-09T21:34:00.000+05:30कुछ समय बाद देखना उस बुत को कोई थूकेगा पक्षी बीट क...कुछ समय बाद देखना उस बुत को <BR/>कोई थूकेगा <BR/>पक्षी बीट करेंगे <BR/>बच्चे पत्थर से हिट करेंगे <BR/>सच्ची बात...अब चेत जाने का वक्त आ गया है...<BR/>haan meri bhi yahi raay hai....राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-51235685943383739742008-12-09T17:06:00.000+05:302008-12-09T17:06:00.000+05:30कुछ समय बाद देखना उस बुत को कोई थूकेगा पक्षी बीट क...कुछ समय बाद देखना उस बुत को <BR/>कोई थूकेगा <BR/>पक्षी बीट करेंगे <BR/>बच्चे पत्थर से हिट करेंगे <BR/>सच्ची बात...अब चेत जाने का वक्त आ गया है...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-53411742252852910712008-12-09T14:15:00.000+05:302008-12-09T14:15:00.000+05:30ठीक कहा कुछ दिनों तक सोचने समझने की शक्ति जैसे शीण...ठीक कहा कुछ दिनों तक सोचने समझने की शक्ति जैसे शीण हो गई .आक्रोश ,क्रोध हताशा हावी रही......आपने उस एकाविता की शक्ल दी..कुछ गुबार तो निकलाडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-47421293427583697832008-12-09T13:44:00.000+05:302008-12-09T13:44:00.000+05:30बहुत सटीक और सार्थक लिखा है.सचमुच समय सोने का नही ...बहुत सटीक और सार्थक लिखा है.सचमुच समय सोने का नही है.जब तक हम अपने अधिकारों और कर्तब्यों के प्रति जागरूक नही होंगे , यूँ ही भीतरी बाहरी शक्तियां हमें रौंदती रहेंगी.रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-50366869695882108952008-12-09T13:40:00.000+05:302008-12-09T13:40:00.000+05:30नेताओं अब भी समय है संभल जाओ कुछ ऐसा कर जाओ आने ...नेताओं <BR/><BR/>अब भी समय है <BR/><BR/>संभल जाओ <BR/><BR/>कुछ ऐसा कर जाओ <BR/><BR/>आने वाली पीढ़ियाँ नाज़ करें <BR/><BR/>शान से तुम्हारी बात करें<BR/><BR/>bahut sahi kaha aapnemakrandhttps://www.blogger.com/profile/14750141193155613957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-9427000051038227292008-12-09T12:34:00.000+05:302008-12-09T12:34:00.000+05:30गाँधी जी, आपके उत्सुक मन ने दिल की बात कही है...त...गाँधी जी, आपके उत्सुक मन ने दिल की बात कही है...तलाश जारी रखें..हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-45043389866970183412008-12-09T12:25:00.000+05:302008-12-09T12:25:00.000+05:30बेहद सटीक और सामयीक ! रामराम !बेहद सटीक और सामयीक ! <BR/><BR/>रामराम !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-84516147961433745232008-12-09T12:04:00.000+05:302008-12-09T12:04:00.000+05:30संभल जाओकुछ ऐसा कर जाओआने वाली पीढ़ियाँ नाज़ करें शा...संभल जाओ<BR/><BR/>कुछ ऐसा कर जाओ<BR/><BR/>आने वाली पीढ़ियाँ नाज़ करें <BR/><BR/>शान से तुम्हारी बात करें<BR/><BR/>बहुत सही बढ़िया बात कही है आपने ...अच्छा लगा इसको पढ़ना .इस वक्त जिन हालत से हम सब गुजर रहे हैं वह बहुत मुश्किल हैं ...रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-25847026845458204082008-12-09T11:49:00.000+05:302008-12-09T11:49:00.000+05:30सिर्फ सोचने से क्या होता अच्छा है कुछ कर जाना।नहीं...सिर्फ सोचने से क्या होता अच्छा है कुछ कर जाना।<BR/>नहीं माँगकर भीख दया की हक की खातिर लड़ जाना।<BR/>न जाने किस नयी आस में घुट घुट कर जीते हैं लोग,<BR/>बार बार मरने से अच्छा एक बार ही मर जाना।। <BR/><BR/>सादर <BR/>श्यामल सुमन<BR/>09955373288<BR/>मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।<BR/>कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।<BR/>www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-25398161459022505982008-12-09T11:48:00.000+05:302008-12-09T11:48:00.000+05:30सच कहा आखिर हम कब तक शोक मनाते रहेंगे... जब तक हम ...सच कहा आखिर हम कब तक शोक मनाते रहेंगे... जब तक हम नहीं जागेंगे तब तक यह देश भी सोता ही रहेगा...<BR/>बजा दो सबके दिल के अलार्म...<BR/>मैं आपके साथ हूँ हमेशा...<BR/> ---मीतमीतhttps://www.blogger.com/profile/04299509220827485813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-36584377864091344262008-12-09T11:31:00.000+05:302008-12-09T11:31:00.000+05:30shyari mein netao ki bare mein aacha varnan kiyaa ...shyari mein netao ki bare mein aacha varnan kiyaa aapne good going sir<BR/><BR/><BR/>Site Update Daily Visit Now link forward 2 all friends<BR/><BR/>shayari,jokes,recipes and much more so visit<BR/><BR/>http://www.discobhangra.com/shayari/Jimmyhttps://www.blogger.com/profile/08557198871665244486noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5916273053324539844.post-43383084776940524922008-12-09T11:27:00.000+05:302008-12-09T11:27:00.000+05:30बहुत बढिया व सामयिक रचनाएं हैं।बहुत अच्छा लिखा है।...बहुत बढिया व सामयिक रचनाएं हैं।बहुत अच्छा लिखा है।बधाई।<BR/><BR/>आओ अपने अदंर भी झांक लें<BR/><BR/>अपने कर्तव्यों को पहचान लें।<BR/><BR/>हिंदू-मुस्लिम, जात-पात, छोटा-बड़ा से ऊपर उठकर<BR/><BR/>आओ मिलकर रखें एक नये भारत की नींव हम।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com